bhairav kavach - An Overview
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यदि गर्भवती महिला भैरव कवच का पाठ करें तो, गर्भ रक्षा होती है
गणाराट पातु जिह्वायामबिस्टाबीह शक्तिबी: सहा
विचरन् यत्र कुत्रापि विघ्नौघैः प्राप्यते न सः
धारयेत्पाठयेद्धपि संपठेद्वापि नित्यशः।।
कुरुद्वयं लिङ्गमूले त्वाधारे वटुकाय च ॥ ११॥
मन्त्रेण रक्षिते योगी कवचं रक्षकं यतः।।
ಸ್ಕಂಧೌ ದೈತ್ಯರಿಪುಃ ಪಾತು ಬಾಹೂ ಅತುಲವಿಕ್ರಮಃ
ॐ ह्रीं प्रणवं पातु सर्वाङ्गं लज्जाबीजं महाभये ।
कालभैरव भगवान शिव के रौद्र अवतार हैं। आदि शंकराचार्य ने काल भैरव अष्टक में भगवान शिव के इस रूप का वर्णन किया है। कालभैरव ब्रह्म कवच कालभैरव click here का एक शक्तिशाली भजन है। ऐसा कहा जाता है कि इस ढाल का जाप करने से आप जादू-टोने और अन्य शत्रुओं के हमलों से बच जाते हैं।
नैॠत्यां क्रोधनः पातु उन्मत्तः पातु पश्चिमे ।
कुरुद्वयं महेशानि मोहने परिकीर्तितम् ॥ ८॥